MP News : मध्य प्रदेश के बुधनी एसडीएम ने एक बुजुर्ग से अभद्रता की। जब वह उसके पीछे खड़ा हुआ, तो वह इतना क्रोधित हुआ कि उसने बूढ़े व्यक्ति से पूछा, “इसका अधिकारी तुम्हें किसने दिया?” जब वहां मौजूद लोगों ने उसे समझाने की कोशिश की तो उसने यहां तक कह दिया कि वह आपका सीनियर होगा, मेरा नहीं। अधिकारी के अभद्र व्यवहार का वीडियो वायरल हो रहा है। अब क्षेत्रवासियों में उनके खिलाफ गुस्सा है। इसके बाद उन्हें हटाने की मांग उठने लगी थी।
लड़की से छेड़छाड़ की शिकायत करने पहुंचे ग्रामीण
दरअसल, हाल ही में एक समुदाय विशेष के युवक ने एक आदिवासी लड़की के साथ छेड़छाड़ की। मामले की शिकायत करने ग्रामीण और विहिप कार्यकर्ता बुधनी एसडीएम राधेश्याम बघेल के पास पहुंचे। लेकिन तभी वह पीछे खड़े अधिकारी पर भड़क गए और अभद्रता करने लगे। थाना प्रभारी राजेश कहारे मामले को संभालते दिखे।
पीछे खड़े बुजुर्ग की बात से एसडीएम नाराज हो गए
शिकायत करते समय जिले के पूर्व संघ चालक जुगल किशोर का एसडीएम के पीछे बात करना अधिकारी को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने वरिष्ठ व्यक्ति को अपना वरिष्ठ न मानते हुए उन्हें खरी-खोटी सुनाना शुरू कर दिया। साथ ही नियम कानून की दुहाई देने लगे।
वीडियो में एसडीएम को हिंदू नेताओं द्वारा धमकाए जाने की बात का मुद्दा उठाया गया, जिसका जिला मंत्री राजू जाट व अन्य साथियों ने विरोध किया। उन्होंने दोनों को बुजुर्ग व्यक्ति बताया और एसडीएम द्वारा उनकी बात सुनने पर आपत्ति जताई, हालांकि जब एसडीएम और हिंदू नेताओं के बीच तीखी बहस हुई तो मामले को थाने से संभालने की कोशिश की गई। आरोप राजेश कहार।
यह है पूरा मामला
दरअसल, चकल्दी में एक समुदाय विशेष द्वारा एक लड़की के साथ छेड़छाड़ को लेकर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और सकल हिंदू समाज ने शुक्रवार को चकलदी को पूरी तरह से बंद रखा। और बुधनी एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। जहां छेड़छाड़ और अवैध कब्जा कर अवैध गतिविधियों को अंजाम देने के मामलों में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की गई है।
जिला मंत्री विश्व हिंदू परिषद राजू भाई जाट ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक के साथ इस तरह से दुर्व्यवहार करने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उसे निलंबित किया जाना चाहिए।’ भले ही वह पढ़ा-लिखा है और इतने ऊंचे पद पर है, लेकिन उसे यह भी नहीं पता कि बड़े लोगों और बुजुर्गों से कैसे बात करनी चाहिए। विश्व हिंदू परिषद ने बजरंग दल प्रशासन से ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।