मध्य प्रदेश

Mining Conclave 2024 : खनिज कॉन्क्लेव में 11 औद्योगिक संस्थानों की ओर से 19,650 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

Mining Conclave 2024 : राजधानी में आयोजित माइनिंग कॉन्क्लेव में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव आया है। इनमें स्टील, इंटीग्रेटेड स्टील, कोल बेड मीथेन और सीमेंट कंक्रीट आदि के प्रस्ताव शामिल हैं। एनविनएयर मिनरल कंपनी छिंदवाड़ा और बैतूल में कोल बेड मीथेन के लिए 5000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। सरकार चाहती है कि राज्य से निकलने वाले खनिजों का उत्पादन यहीं हो।

मध्यप्रदेश खनिज संपदा से समृद्ध राज्य

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश खनिज संपदा से समृद्ध राज्य है। इस संपदा के दोहन के लिए प्रयास बढ़ाते हुए खनिज क्षेत्र में नए निवेश को पूरा प्रोत्साहन दिया जाएगा। खनन क्षेत्र के उद्यमियों को राज्य सरकार सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगी। प्रदेश की खनिज संपदा का दोहन करते हुए उत्पाद भी प्रदेश में ही हो, ऐसे प्रयास किए जाएं।

19,650 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को 2 दिवसीय माईनिंग कॉन्क्लेव के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में सम्पन्न कॉन्क्लेव में विभिन्न 11 औद्योगिक संस्थानों की ओर से 19,650 करोड़ रूपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की उपस्थिति में एमओआईएल (भारत सरकार का उपक्रम) और मध्यप्रदेश राज्य खनिज निगम लिमिटेड के मध्य खनिज ब्लॉक से संबंधित “संयुक्त उद्यम समझौता” हस्ताक्षरित भी हुआ।

खनिज राजस्व में भी 5 गुना वृद्धि का लक्ष्य

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस कॉन्क्लेव को सफल आयोजन बताते हुए कहा कि प्रदेश के खनिज राजस्व में भी 5 गुना वृद्धि का लक्ष्य आने वाले समय में प्राप्त किया जाएगा। उद्यमियों के साथ भू-गर्भ शास्त्री, वैज्ञानिक, खनिज विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, भारत सरकार के खनिज मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी कॉन्क्लेव में शामिल हुए हैं।

हमारे देश की संस्कृति विश्व में सबसे अलग

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति विश्व में सबसे अलग है। जहां अन्य देश राष्ट्र को पिता मानते हैं, हमारे देश में हम भारत माता की जय का उद्घोष करते हैं। मातृ प्रधान व्यवस्था को प्राचीन काल से प्रश्रय मिला। हम देश को भी मातृ संस्था मानते हैं। शरीर की रचना भी ब्रम्हांड की तरह होती है।

हमारी मान्यता अन्य देशों से काफी पुरानी हैं

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस वसुंधरा की नदियां मनुष्य के रक्त प्रवाह के समान हैं। पृथ्वी में भी प्राण होते हैं और वनस्पति में भी प्राण होते हैं, यह हमारी मान्यता अन्य देशों से काफी पुरानी हैं। प्रकृति के दोहन और शोषण के अंतर को समझने की आवश्यकता है। खनिज संपदा की दृष्ट से ईश्वर की कृपा मध्यप्रदेश पर है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
आगे पढ़ें

यह भी खास है ! पढिए

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *